दिनाँक 24 सितम्बर, 2017 को अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ के तत्वाधान में डॉ० अम्बेडकर पार्क, सिविल लाइन, मुरादाबाद में 'पूना पैक्ट' विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दौलत सिंह ने की तथा संचालन महामंत्री श्री महेन्द्र पाल सिंह ने किया।
इस अवसर पर अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ के संविधान की पुस्तिका का भी लोकार्पण किया गया। गोष्ठी में बाबा साहेब डाॅ० भीमराव अम्बेडकर एवं महात्मा गांधी के बीच 24 सितम्बर, 1932 को हुए पूना पैक्ट समझौते पर चर्चा हुई।
गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में श्री हरपाल सिंह बौद्ध ने बताया कि 24 सितम्बर, 1932 को पूना की यरवदा जेल में डॉ० भीमराव अम्बेडकर एवं महात्मा गांधी के बीच एक समझौता हुआ। गोलमेज सम्मेलन में ब्रिटिश सरकार द्वारा अछूत वर्गों को पृथक निर्वाचन क्षेत्र आवंटित कर दोहरे वोट का अधिकार दिया गया था, जिसके अंतर्गत आरक्षित सीट के प्रत्याशी का चुनाव अछूत वर्ग के मतदाताओं को ही करना था ताकि चुने हुए प्रतिनिधि अपने अछूत वर्ग के हित के लिए ही कार्य करें। परन्तु महात्मा गांधी ने इस समझौते का विरोध किया और यरवदा जेल में ही अनशन पर बैठ गए। मजबूर होकर डॉ० भीमराव अम्बेडकर को गांधी जी के साथ समझौता करना पड़ा। जिससे पृथक निर्वाचन प्रणाली के स्थान पर संयुक्त निर्वाचन प्रणाली लागू की गई। जिससे चुनकर जाने वाले 131 सांसद एवं विभिन्न राज्यों की विधानसभाओं के सदस्य अपने समाज के हित की बात ना करके अपनी पार्टी के हित की बात करते हैं, जबकि उन्हें पूना पैक्ट का लाभ मिला है।
इस अवसर पर बी०एस० भारती, राम सिंह गौतम, मुन्ना लाल, चंद्रलाल गौतम, दयाराम सागर, ओ०पी० सागर, यादराम सिंह, मेघराज सिंह, डॉ० नरेन्द्र पाल सिंह, महावीर प्रसाद मौर्य, मुकेश कुमार गौतम, जितेन्द्र कुमार जौली, महेन्द्र पाल सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।
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