रविवार, 29 अक्तूबर 2017

फैजनगर रामपुर में किया गया अम्बेडकर लीला का आयोजन

अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ, रामपुर के तत्वावधान में किया गया तीन दिवसीय अम्बेडकर लीला का आयोजन

       अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ की जिला रामपुर इकाई और ग्राम फैज़नगर शाखा के संयुक्त तत्वधान में अम्बेडकर लीला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दिनाँक 22 अक्टूबर, 2017 को मुख्य अतिथि श्री चन्द्रपाल सिंह (जिला पंचायत अध्यक्ष रामपुर) द्वारा फीता काटकर किया गया। इसके पश्चात अतिथिगणों ने बाबा साहेब डॉ० भीमराव अम्बेडकर और गौतम बुद्ध जी के चित्र पर माल्यार्पण किया। तत्पश्चात कार्यक्रम का प्रारम्भ हुआ।



         कार्यक्रम में बाबा साहेब डॉ० भीमराव अम्बेडकर जी के जीवन से जुड़ी महत्तवपूर्ण  घटनाओं का भावपूर्ण मंचन किया गया।  मुख्य वक्ता डॉ० अरविंद गौतम, डॉ० जयपाल सिंह, एस के नौटियाल ने बाबा साहब के जीवन पर प्रकाश डाला और उनके संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने का आवाहन किया। कार्यक्रम का संचालन अशोक बाबू (अध्यक्ष फैजनगर, रामपुर शाखा)  ने किया।



          यह कार्यक्रम तीन दिन तक चला। कार्यक्रम के अंतिम दिन समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दौलत सिंह जी उपस्थित रहे। श्री दौलत सिंह जी ने कहा कि हमें अपने समाज को आगे बढ़ाने के लिए अपने बच्चों को शिक्षित करना होगा और संगठित होकर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना होगा। इस अवसर पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारी श्री ओ०पी० सागर, श्री मुन्ना लाल एडवोकेट, और मेघराज सिंह उपस्थित रहे।



         कार्यक्रम में प्रदीप कुमार, आनन्द कुमार, शीशपाल, शोभित कुमार, ब्रह्म देवी, राकेश कुमार, छत्रपाल सिंह, बब्लू गौतम, बृजेश कुमार, राकेश कुमार, सुनील कुमार सहित सैकड़ों की संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के संयोजन में सत्यपाल सिंह बादल (जिलाध्यक्ष रामपुर) का विशेष योगदान रहा।

सोमवार, 23 अक्तूबर 2017

'आधुनिक भारत के निर्माण में डॉ० भीमराव अम्बेडकर का योगदान' विषय पर किया जाएगा निबन्ध प्रतियोगिता का आयोजन 

अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ की बैठक में लिया गया निर्णय 

        दिनाँक 22 अक्टूबर, 2017 को अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक सिविल लाइंस मुरादाबाद स्थित डॉ० अम्बेडकर पार्क में सम्पन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दौलत सिंह एवं संचालन राष्ट्रीय महामंत्री श्री महेन्द्र पाल सिंह ने किया। बैठक में संघ के पदाधिकारियों द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की गई।



        बैठक में आगामी 26 नवम्बर, 2017 को  'संविधान दिवस' को उच्च स्तर पर धूमधाम से मनाने का फैसला किया गया। इससे पूर्व दिनाँक 19 नवम्बर, 2017 को अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ द्वारा 'आधुनिक भारत के निर्माण में डॉ० भीमराव अम्बेडकर का योगदान' विषय पर एक निबन्ध प्रतियोगिता का आयोजन करने का निर्णय भी लिया गया। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं सांत्वना पुरस्कार विजेताओं को सम्मान स्वरुप नगद राशि, प्रतीक चिन्ह तथा प्रमाण पत्रों का वितरण संविधान दिवस के अवसर पर दिनाँक 26 नवम्बर, 2017 के कार्यक्रम में किया जाएगा। संघ द्वारा सम्पूर्ण महानगर में प्राथमिक सदस्यता अभियान चलाकर अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाएगा। दलित पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में संघ की ओर से धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

        बैठक में श्री मेघराज सिंह, हरगोविन्द सिंह, जितेन्द्र कुमार जौली, मुकेश कुमार गौतम, महावीर प्रसाद मौर्य, करन सिंह, मुन्नालाल एडवोकेट, राजेश कुमार, डॉ० वी० एस० वर्मा, रविन्द्र सिंह, रोहिताश कुमार, ओ०पी० सागर, कृष्णपाल सिंह, राम सिंह भारती, ऋषिराम, महेंद्र पाल सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।

2500 लोगों ने अपनाया बौद्ध धर्म

मुरादाबाद में किया गया बौद्ध धम्म दीक्षा समारोह का आयोजन 

          दिनाँक 14 अक्टूबर, 2017 को बहुजन समन्वय समिति (अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ, डाॅ० अम्बेडकर मेमोरियल कमेटी, बौद्ध महासभा सहित सभी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग की संस्थाओं का समूह)  के तत्वावधान मे बौद्ध धम्म दीक्षा समारोह का आयोजन कांशीराम नगर, मुरादाबाद स्थित  गौतमबुद्ध पार्क में किया गया। कार्यक्रम में लगभग 2500 लोगों ने बौद्ध धम्म की दीक्षा ग्रहण की। कांशीराम नगर में समारोह में बड़ी संख्या में लोग अपने परिवार के साथ कार्यक्रम में शामिल हुए। समारोह में उपस्थित बुद्ध मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद जी महाथेरा ने सभी को दीक्षा दिलाई। दीक्षा के लिए कई दिन पहले से रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा था।



         दो हिस्सों में हुए समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए। हेमन्त कुमार बौद्ध, विजय कुमार सैनी एवं तरन्नुम बौद्ध ने गीत एवं संगीत के जरिए भगवान बुद्ध एवं बाबा साहेब अम्बेडकर के जीवन पर प्रकाश डाला। गीतों से उपासकों को बौद्ध धर्म के संदेश दिए। कार्यक्रम में उपस्थित कवि मनजीत सिंह अवतार ने अपनी कविताओं के द्वारा तालियाँ बटोरीं। 

          समारोह में मुख्य अतिथि शांति स्वरूप बौद्ध और नामचीन बौद्ध भिक्षु रहे। बौद्धाचार्य शांति स्वरूप बौद्ध ने कहा कि पंचशील का पालन करने वाला कभी गलत काम नहीं कर सकता। पंचशील का अर्थ है, शरीर की शुद्धता, हिंसा न करना, चोरी न करना, गंदे आचरण से विरत रहना, वाणी की शुद्धता। बौद्ध की कोई जाति नहीं होती। पंचशील पर अमल करने वाले बौद्ध होते हैं। हमने आज तक अपनी जाति को नहीं छोड़ा है। संकल्प लेना होगा कि हम पंचशील का पालन करते हुए बौद्ध बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर भारत को बौद्धमय बनाना चाहते थे। धम्म जीवन जीने का सुंदर रास्ता है। भगवान बुद्ध के संबंध में बताते हुए कहा, दुखों के निवारण की खोज में उन्होंने जीवन न्यौछावर कर दिया। बौद्ध धर्म अपनाने वाले मिथ्या नजर त्यागें एवं धम्म मार्ग पर चलें।

        कार्यक्रम का संचालन चंदन सिंह रैदास ने किया। समारोह में अम्बेडकर विचारधारा से जुड़े लोगों ने भी बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। प्रमुख लोगों में परमाल सिंह, दौलत सिंह, अशोक निमेश, विनीत सागर, भयंकर सिंह, जितेन्द्र कुमार जौली, मलखान सिंह, अशोक कुमार, राजकमल, महावीर सिंह मौर्य आदि लोग उपस्थित रहे। संयोजक चंदन सिंह रैदास का कहना था कि 1956 में आज के ही दिन बाबा साहब ने अनुयाइयों को दीक्षा दिलाई थी। कार्यक्रम में उपासकों व उपासिकाओं के लिए भोजन और विश्राम की व्यवस्था भी की गई थी।



कांशीराम ने बहुजन समाज के लिए आजीवन संघर्ष किया

अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ की गोष्ठी में याद किए गए कांशीराम

        दिनांक 9 अक्टूबर, 2017 को अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ के तत्वाधान में बहुजन नायक मान्यवर कांशीराम जी के परिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। प्रातः 9 बजे अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ के कार्यकर्ताओं ने कांशीराम नगर स्थित गौतम बुद्ध पार्क में लगी मान्यवर कांशीराम जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर के उन्हें श्रद्धांजलि दी। 

       शाम को सिविल लाइन मुरादाबाद स्थित डॉ० अम्बेडकर पार्क में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि कांशीराम ने बहुजन समाज के लिए जो काम किया है, उसे बहुजन समाज कभी नहीं भूलेगा। कांशीराम जी ने अपना परिवार त्यागकर बहुजन समाज के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। आज इस समाज को उनके बताए मार्ग पर चलने की जरूरत है। आज भी बहुजन समाज को उनका हक़ नहीं मिला है। 

       वक्ताओं ने कहा कि कांशीराम ने सरकारी खाली जमीनों को बहुजन समाज को सौंपने की बात कही थी, लेकिन उनकी इस मांग पर किसी सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। वक्ताओं ने यह भी कहा कि कांशीराम ने बहुजन समाज को उनके अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष किया। दुर्भाग्य है कि आज भी बहुजन समाज हाशिए पर है। ऐसे में बहुजन समाज को कांशीराम के आदर्शों को अपनाते हुए अपने हक की लड़ाई लड़नी होगी।

        गोष्ठी में डॉ बी० एस० भारती, महावीर प्रसाद मौर्य, दौलत सिंह, महेन्द्र पाल सिंह, मेघराज सिंह, हरपाल सिंह बौद्ध, चंदन सिंह रैदास, मलखान सिंह, राजेश कुमार सागर आदि लोग उपस्थित रहे।

कैडर कैम्प में दिया समतामूलक समाज की स्थापना का सन्देश 

        दिनाँक 1अक्टूबर, 2017 को अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ के तत्वावधान में एक कैडर कैम्प का आयोजन आर० के० विद्यापीठ, निकट सावित्रीवाई फूले इण्टर काॅलेज, शाहपुर तिगरी, मुरादाबाद में किया गया, जिसमें प्रबोधक श्री हरपाल सिंह बौद्ध जी द्वारा 'समतामूलक समाज एवं बाबा साहेब डॉ० भीमराव अम्बेडकर का राजनैतिक दर्शन' विषय पर अपने विचार व्यक्त किए गए।



         हरपाल सिंह बौद्ध जी ने बताया कि बाबा साहेब डाॅ० भीमराव अम्बेडकर जी ने समतामूलक समाज की स्थापना के लिए अपना सामान सम्पूर्ण जीवन व्यतीत कर दिया। उन्हें इस बात का ज्ञान था कि समाज में अछूतों की क्या स्थिति है और जब तक अछूतों के साथ भेदभाव का किया जाता रहेगा तब तक उन्हें समानता का अधिकार नहीं दिया जा सकता। डॉ० भीमराव अम्बेडकर जी ने कठिन परिश्रम करके शिक्षा ग्रहण की और भारतीय संविधान सभा में आकर अछूतों को उनके अधिकार दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। वर्तमान सामाजिक परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुऐ बाबा साहेब डॉ० भीमराव  अम्बेडकर जी की "समतामूलक समाज की स्थापना" की संकल्पना को पूरा करने की दिशा में कार्य करने के लिये हम सब को मिलकर प्रयास करना चाहिए 

        इस अवसर पर दौलत सिंह, महावीर प्रसाद मोर्य, मुन्ना लाल, मेघराज सिंह, वीरेन्द्र सिंह वर्मा, महेन्द्र पाल सिंह, राजकमल, हरपाल सिंह बौद्ध सहित दर्जनों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।

अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ के पदाधिकारियों ने किया पाकबड़ा की वाल्मीकि बस्ती का दौरा

         दिनाँक 29 सितम्बर, 2017 को अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने नगर पंचायत पाकबड़ा की वाल्मीकि बस्ती का दौरा किया और लोगो को शिक्षा तथा स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया। संघ द्वारा वाल्मीकि बस्ती की समस्याओं को दूर करने के लिए जिलाधिकारी मुरादाबाद को ज्ञापन दिया जाएगा।



        संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दौलत सिंह ने बताया कि वाल्मीकि समाज आज भी शिक्षा के प्रति अधिक जागृत नहीं है। जिस कारण ये लोग अपना सामाजिक विकास नहीं कर पा रहे हैं। वाल्मीकि समाज को अपने अस्पृश्य कार्यों को छोड़कर नए-नए तरीके के स्वरोजगार प्रारम्भ करने होंगे तथा अपने बच्चों को उच्च शिक्षा भी दिलवानी होगी ताकि वे अच्छी नौकरी प्राप्त कर सकें।

        इस अवसर पर अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दौलत सिंह, महावीर प्रसाद मौर्य, महेन्द्र पाल सिंह, डाॅ० वी०एस० वर्मा, ओ०पी० सागर, जितेन्द्र कुमार जौली, मेघराज सिंह, मुन्नालाल, एडवोकेट जे०पी० सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।

अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ ने मनाया पूना पैक्ट दिवस

       दिनाँक 24 सितम्बर, 2017 को अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ के तत्वाधान में डॉ० अम्बेडकर पार्क, सिविल लाइन, मुरादाबाद में  'पूना पैक्ट' विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दौलत सिंह ने की तथा संचालन महामंत्री श्री महेन्द्र पाल सिंह ने किया।



       इस अवसर पर अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ के संविधान की पुस्तिका का भी लोकार्पण किया गया। गोष्ठी में बाबा साहेब डाॅ० भीमराव अम्बेडकर एवं महात्मा गांधी के बीच 24 सितम्बर, 1932 को हुए पूना पैक्ट समझौते पर चर्चा हुई। 



        गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में श्री हरपाल सिंह बौद्ध ने बताया कि 24 सितम्बर, 1932 को पूना की यरवदा जेल में डॉ० भीमराव अम्बेडकर एवं महात्मा गांधी के बीच एक समझौता हुआ। गोलमेज सम्मेलन में  ब्रिटिश सरकार द्वारा अछूत वर्गों को पृथक निर्वाचन क्षेत्र आवंटित कर दोहरे वोट का अधिकार दिया गया था, जिसके अंतर्गत आरक्षित सीट के प्रत्याशी का चुनाव अछूत वर्ग के मतदाताओं को ही करना था ताकि चुने हुए प्रतिनिधि अपने अछूत वर्ग के हित के लिए ही कार्य करें। परन्तु महात्मा गांधी ने इस समझौते का विरोध किया और यरवदा जेल में ही अनशन पर बैठ गए। मजबूर होकर डॉ० भीमराव अम्बेडकर को गांधी जी के साथ समझौता करना पड़ा। जिससे पृथक निर्वाचन प्रणाली के स्थान पर संयुक्त निर्वाचन प्रणाली लागू की गई।  जिससे चुनकर जाने वाले 131 सांसद एवं विभिन्न राज्यों की विधानसभाओं के सदस्य अपने समाज के हित की बात ना करके अपनी पार्टी के हित की बात करते हैं, जबकि उन्हें पूना पैक्ट का लाभ मिला है।

         इस अवसर पर बी०एस० भारती, राम सिंह गौतम, मुन्ना लाल, चंद्रलाल गौतम, दयाराम सागर, ओ०पी० सागर, यादराम सिंह, मेघराज सिंह, डॉ० नरेन्द्र पाल सिंह, महावीर प्रसाद मौर्य, मुकेश कुमार गौतम, जितेन्द्र कुमार जौली, महेन्द्र पाल सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।

कैडर कैम्प में दिया गया प्रेम और आपसी भाईचारे का सन्देश

       दिनाँक 10 सितम्बर,  2017 को अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ के तत्वावधान में एक कैडर कैम्प का आयोजन आर० के० विद्यापीठ, निकट सावित्रीवाई फूले इण्टर काॅलेज, शाहपुर तिगरी, मुरादाबाद में किया गया, जिसमें प्रबोधक डाॅ० वी०एस० वर्मा जी द्वारा 'भारतीय संविधान की प्रस्तावना में समतामूलक समाज निर्माण के आवश्यक तत्व, स्वतन्त्रता, समता, बन्धुत्व व न्याय' विषय पर अपने विचार व्यक्त किए गए।



         डाॅ० वी०एस० वर्मा जी ने बताया कि भारत का संविधान एक विशाल लिखित दस्तावेज है। संविधान में सभी को समता का अधिकार दिया गया है। समानता और समता दोनों शब्दों में अन्तर है आज समाज में समानता लाने की बात कही जा रही है परन्तु समता की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कुछ असामाजिक तत्व धर्म के नाम पर लोगों को बांट रहे हैं, जिससे बन्धुत्व की भावना कम होती जा रही है। हमें आपसी भाईचारा लाना है ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी सही दिशा में जा सके।
           
         इस अवसर पर दौलत सिंह इस अवसर पर दौलत सिंह, महेन्द्र पाल सिंह, जे०पी० सिंह ओ०पी० सागर, जितेन्द्र कुमार जौली, सुरेश पाल सिंह, परमाल सिंह, मुन्नालाल, रूप सिंह नरेन्द्र पाल सिंह, डॉ० नरेन्द्र सिंह, कमल सिंह, मुकेश कुमार गौतम, महावीर प्रसाद मौर्य? हरपाल सिंह बौद्ध, मलखान सिंह, जे०पी० मौर्य, रघुवीर सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।